जस्ता, हीरा और तांबा… देश में पहली बार क्रिटिकल मिनरल्स लाइसेंस की नीलामी, 13 खनिज ब्लॉक के लिए लगाई जाएगी बोली

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पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने गुरुवार को जरूरी खनिजों के 13 अन्वेषण ब्लॉक के लिए अन्वेषण लाइसेंस (Exploration License) की देश की पहली नीलामी का शुभारंभ किया।

रेड्डी ने गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की मौजूदगी में डोना पाउला में अन्वेषण लाइसेंस की शुरुआत की, जो भारत के अप्रयुक्त महत्वपूर्ण और गहरे खनिज संसाधनों का उपयोग करने के मकसद से एक बड़ा सुधार है। लाइसेंस दुर्लभ मृदा तत्व (आरईई), जस्ता, हीरा, तांबा, पीजीई (प्लैटिनम समूह खनिज) और ऐसे अन्य खनिजों के अन्वेषण ब्लॉक के लिए हैं।

खनिज अन्वेषण और एआई हैकथॉन-2025 का शुभारंभ

यह विडियो भी देखें

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कार्यक्रम में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक के 5वें चरण पर एक ‘रोड शो’ और ‘एआई हैकथॉन-2025’ का शुभारंभ भी शामिल था। यह एक खनिज अन्वेषण हैकथॉन है जो ‘एआई (कृत्रिम मेधा) का उपयोग करके खनिज लक्ष्यीकरण’पर केंद्रित है।

उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने कहा कि पिछले 10 साल में भारत के खनन क्षेत्र ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और यह देश के सबसे तेज और सर्वाधिक गतिशील क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है।उन्होंने कहा, ‘आज का दिन उद्योग जगत के लिए एक और मील का पत्थर है।’

उन्होंने कहा, “हम खनिज अन्वेषण के क्षेत्र में नए युग की नींव रख रहे हैं।” उन्होंने कहा कि यह युग अधिक तीव्र, अधिक तकनीकी रूप से संचालित और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी है।

निजी क्षेत्र के लिए खुले द्वार: केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हमने खुद को वैश्विक खनिज परिदृश्य में एक सीरियस प्लेयर के तौर पर स्थापित किया है, इससे निजी क्षेत्र के लिए अवसरों के द्वार भी खुल गए हैं।” रेड्डी ने कहा कि आने वाले वर्षों में और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल की जाएंगी और इससे भारत के वैश्विक नेता के रूप में उभरने का मार्ग प्रशस्त होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आज हम कई अहम और गहरे खनिजों के लिए 13 ब्लॉकों का शुभारंभ कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश, गुजरात, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और कर्नाटक जैसे कई राज्यों में अन्वेषण संभावनाओं पर विचार किया गया है।

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