अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) विश्व कप 2025 का आयोजन इस बार गोवा में करेगा। भारत लगभग 23 साल बाद इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले 2002 में इसका दूसरा संस्करण हैदराबाद में हुआ था।
शुरुआत में टूर्नामेंट की मेजबानी नई दिल्ली को दी जानी थी, लेकिन लॉजिस्टिक कारणों से अंततः स्थल बदलकर गोवा तय किया गया। आठ राउंड के इस नॉकआउट टूर्नामेंट में कुल 206 खिलाड़ी भाग लेंगे। “विन-ऑर-गो-होम” फॉर्मेट में खेले जाने वाले इस विश्व कप की कुल पुरस्कार राशि 20 लाख अमेरिकी डॉलर होगी।
टूर्नामेंट में शीर्ष 50 वरीय खिलाड़ियों को पहले दौर में बाई दी जाएगी, जबकि बाकी प्रतिभागी अपने अभियान की शुरुआत पहले राउंड से करेंगे। प्रत्येक मुकाबला दो क्लासिकल गेम्स पर आधारित होगा। यदि परिणाम नहीं निकलता तो टाई-ब्रेक के लिए रैपिड और ब्लिट्ज मैच खेले जाएंगे।
खिताब और पुरस्कार राशि के अलावा, इस टूर्नामेंट में एक और बड़ा दांव है — शीर्ष तीन खिलाड़ी 2026 कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करेंगे, जो अगले विश्व शतरंज चैम्पियन के दावेदार का निर्धारण करेगा।
भारत के लिए इस आयोजन का ऐतिहासिक महत्व भी है। विश्वनाथन आनंद ने वर्ष 2000 और 2002 के शुरुआती दो विश्व कपों में खिताब जीतकर भारत को गौरवान्वित किया था। वहीं हाल ही में, 2023 में बाकू (अज़रबैजान) में आयोजित विश्व कप में भारत के आर. प्रज्ञानानंद फाइनल तक पहुंचे और रनर-अप रहे, जबकि खिताब नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन ने जीता।
इस बार एक बार फिर दुनिया के शीर्ष ग्रैंडमास्टर्स गोवा में शतरंज प्रेमियों को अद्भुत मुकाबलों का गवाह बनाएंगे।











