भारत पर अमेरिकी प्रशासन ने निर्यात पर 50% शुल्क लगाया है, ईरान के चाबहार पोर्ट पर दी गई प्रतिबंध रियायत को वापस लिया है, और H-1B वीजा पर भारी शुल्क लगाया है। इन सभी कदमों से द्विपक्षीय संबंध प्रभावित हुए हैं। साथ ही, पाकिस्तान-सऊदी अरब रक्षा समझौते पर अमेरिकी चुप्पी यह संकेत देती है कि अमेरिका भारत की भू-राजनीतिक चिंताओं के प्रति उदासीन हो रहा है।











