डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन में एक एचआर मैनेजर ने हायरिंग और सैलरी गबन का ऐसा खेल खेला कि सुनने वाले भी हैरान रह गए। दरअसल यहां एक कंपनी में काम करने वाले एचआर मैनेजर ने 22 कर्मचारियों की फर्जी हायरिंग की और उनके नाम पर 18 करोड़ रुपये डकार गया।
जब कंपनी को पेआउट में लगातार गड़बड़ी देखने को मिली, तो उसने अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसके बाद जब जांच की गई, तो पूरे मामले की पोल खुली। आरोपी एचआर मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे 10 साल 2 महीने की सजा सुनाई गई है।
लूपहोल का उठाया फायदा
आरोपी जिसका सरनेम यांग बताया जा रहा है, शंघाई स्थित एक लेबर सर्विस कंपनी में एचआर मैनेजर था। उसकी कंपनी टेक फर्म्स को वर्कर मुहैया कराती थी। सभी कर्मचारियों के पे-रोल को मैनेज करना उसी की जिम्मेदारी थी।
कंपनी को काम करते हुए यांग को ये समझ में आ चुका था कि कर्मचारियों की प्लेसमेंट से लेकर सैलरी देने तक में उसका ही एकाधिकार है और इस पूरी प्रोसेस का कोई रिव्यू भी नहीं करता है। उसके कंपनी के इस लूपहोल का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करना शुरू कर दिया।
फर्जी नाम से दिखाए कर्मचारी
- सबसे पहले उसने सन नाम से एक फेक कर्मचारी का डेटा फीड किया और फिर सैलरी के प्रोसेस के लिए अप्लाई कर दिया। इसके बाद उसने इस सैलरी को अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया। बाद में कंपनी ने नोटिस किया कि सन नामक कर्मचारी की सैलरी क्रेडिट नहीं हो रही है।
- जब कंपनी ने आरोपी एचआर मैनेजर के पूछा, तो उसने कह दिया कि टेक कंपनी ने सैलरी देने में देरी कर दी है। इस तरह अगले 8 साल में उसने 22 फर्जी कर्मचारियों का डेटा फीड करके कंपनी को करीब 18 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया।
कंपनी की जांच में खुलासा
जांच में सामने आया है कि उसने 2014 में ये फ्रॉड करना शुरू किया था। लेकिन 2022 में उसकी पोल खुल गई, जब टेक फर्म ने देखा कि सन नामक कर्मचारी की अटेंडेंस रेगुलर है और उसे टाइम से सैलरी भी मिल रही है, लेकिन फिर भी उसे किसी ने कभी कंपनी में देखा ही नहीं था।
जब मामले की जांच की गई, तो सारा खेल सामने आ गया। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया और उसके राजनीतिक अधिकार 1 साल के लिए छीन लिए गए। उसे चोरी किए गए धन में से 1.2 करोड़ रुपये वापस करने का आदेश भी दिया गया।
